
चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने विकराल रूप ले लिया है. कुछ ही घंटे में भारत के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने जा रहा है. इसे लेकर मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. नौसेना और सेना को भी तैयार रखा गया है. ये चक्रवाती तूफान सबसे पहले ओडिशा के तट से टकराएगा. इस दौरान भीषण बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी. तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है.
200 किलोमीटर की रफ्तार चलेगी हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक दोपहर से पहले फोनी चक्रवात ओडिशा के तट से टकरा सकता है. यह चक्रवात ओडिशा के गोपालपुर और चांदबाली के बीच के इलाके में सबसे पहले दस्तक देगा. इस बीच यह चक्रवात भीषण रूप ले सकता है. इस दौरान भीषण बारिश हो सकती है. 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. साथ ही समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं.
CMO Odisha: CM Naveen Patnaik visited Special Relief Organisation office to review preparedness, and appealed to people to remain indoors until #CycloneFani passes & advised all officials to make their best efforts to face the cyclone. pic.twitter.com/wfZGPw0adD
— ANI (@ANI) May 2, 2019
ओडिशा में दिखेगा सबसे ज्यादा असर
चक्रवाती तूफान फोनी का सबसे ज्यादा असर ओडिशा में पड़ेगा. ओडिशा के करीब 10 हजार गांव और 52 शहर प्रभावित होंगे. गृह मंत्रालय के मुताबिक पूर्वी तटीय इलाकों से 8 लाख 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, जबकि करीब 3 लाख 30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. इसके अलावा स्कूल, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है.
District Magistrate, Ganjam (Odisha): 301460 people evacuated. 541 pregnant women shifted to hospital safely. #CycloneFani pic.twitter.com/Jb0wOFePZK
— ANI (@ANI) May 3, 2019
भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट बंद
वहीं, ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट को आधी रात और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को रात साढ़े नौ बजे से बंद कर दिया गया है. भुवनेश्वर एयरपोर्ट और कोलकाता एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेंगे. इस रूट पर सभी ट्रेनों को 4 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है. कुल 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जिनमें से 140 एक्सप्रेस व मेल ट्रेनें हैं, जबकि 83 पैसेंजर ट्रेनें हैं. इसके अलावा 9 ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं