
खगड़िया जिला के परबत्ता के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह डकैतों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। जबकि एक सिपाही गंभीर रुप से जख्मी हो गया है। घायल सिपाही को इलाज के लिए भागलपुर में भर्ती कराया गया है. वहीं, पुलिस ने एक बदमाश को भी मार गिराया है।
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क्या है मामला
खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम दिनेश मुनि गैंग के अपराधियों को पकड़ने निकली थी. नवगछिया सीमा के मौजमा के पास डकैतों से पुलिस की मुठभेड़ हो गयी. पुलिस की गोली से एक अपराधी मारा गया, जबकि एक अन्य अपराधी के भी जख्मी होने की सूचना है. वहीं, मुठभेड़ में थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह तथा दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी. पांच गोलियां आशीष के सीने और कमर में लगी. जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. उनके साथ गये एक सिपाही को भी कमर के नीचे गोली लगी है, जिसका इलाज भागलपुर अस्पताल में चल रहा है. एसपी समेत तमाम आलाधिकारी कैंप कर रहे हैं।
पहले भी आशीष कुमार सिंह को लग चुकी है गोली
ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब आशीष कुमार सिंह को गोली लगी है. पिछले साल जब वह मुफस्सिल थाना प्रभारी थे, तब भी एक मुठभेड़ में उन्हें गोली लगी थी. लेकिन, वह बच गये थे. आशीष कुमार ना केवल जांबाज सिपाही थे, बल्कि एक बेहद संवेदनशील व्यक्ति भी थे. वह समाज के गरीब गुरबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते थे.
शहीद थानेदार के बेटे थे आशीष
आशीष कुमार सिंह सहरसा जिला के सरोजा के रहने वाले थे। उनके पिता गोपाल सिंह भी थानेदार थे और देश की सेवा के लिए उन्होंने भी अपनी जान न्यौछावर कर दिया था। आशीष सिंह 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. आशीष कुमार सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे. उनका ननिहाल खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के लालपुर में है. खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष के रूप में आशीष कुमार सिंह ने चार सितंबर, 2017 को योगदान दिया था. तत्कालीन थानाध्यक्ष संजीव कुमार के तबादले के बाद उन्हें पसराहा थाने में पदस्थापित किया गया था.