
बंगाल की खाड़ी में उठा यास तूफान भले ही धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया। लेकिन स्मार्टसिटी का दंभ भरने वाली बिहारशरीफ नगर निगम की पोल खोल दी। घंटे भर की बारिश ने शहर पानी पानी हो गया। शहर के अधिकतर नाले ओवरफ्लो करते दिखे।
पानी-पानी हुआ बिहारशरीफ
यास तूफान का असर बुधवार को पूरे जिले में देखने को मिला। रिमझिम बारिश से आहट देकर दोपहर बाद मूसलाधार बारिश होने लगी। इस दौरान पूरे जिले में चमक के साथ बादल गरजते रहे। हालांकि पहले से अलर्ट जारी होने के कारण ज्यादातर लोग बाहर नहीं नजर आए।
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पूरा शहर जलमग्न हो गया
बारिश की वजह से पूरा शहर जलमग्न हो गया। शहर का दिल कहे जाने वाले पुलपर पर तो नाले ओवरफ्लो कर रहे थे। सड़क पर दो फीट तक पानी बह रहा था। तो वहीं भरावपर, खंदकपर, बिचली खंदक, रामचन्द्रपुर, टेलीफोन एक्चेंज रोड तथा रांची रोड में भी जल-जमाव रहा। कई दुकानों तथा घरों में पानी प्रवेश कर गया। पानी बाहर निकालने में लोग परेशान रहे।
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गर्मी से मिली राहत
बारिश ने भले ही बिहारशरीफ नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी हो। लेकिन बारिश की वजह से लोगों ने राहत की सांस भी ली है। बारिश की तापमान में गिरावट दर्ज की गई है ।
30 मई तक बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान का असर 30 मई तक रहने की आशंका जताई है। इस दौरान रुक-रूककर बारिश, बादल गर्जन तथा तेज हवा बह सकती है। बुधवार की रात यह तूफान झारखंड से बिहार की ओर बढ़ेगा। झारखंड से नालंदा की दूरी खास नहीं है। ऐसे में 27 तथा 28 मई को यह तूफान जिले के कई इलाकों में कहर ढाह सकता है।
धान की खेती के लिए वरदान है बारिश
यास तूफान के कारण एकाएक हो रही बारिश धान की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित होगी। चक्रवात तूफान के तुरंत बाद खेतों में बिचड़ा छींटने की सलाह दी जा रही है। हालांकि तेज बारिश से सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है।