बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां अपना विस्तार करने में जुटी है. इसी के तहत पूर्व आईपीएस सुनील कुमार जदयू में शामिल हो गए। मुंगेर के सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई।
पूर्व डीजी हैं सुनील कुमार
सुनील कुमार साल 1987 बैच के IPS अफसर हैं. सुनील कुमार की छवि एक तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर की रही है। वे पटना के सीनियर एसपी के अलावा एडीजी पुलिस मुख्यालय और डीजी होमगार्ड, डीजी अग्निशमन सह महादेष्टा के बाद बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
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भाई कांग्रेस विधायक हैं
पूर्व डीजी सुनील कुमार गोपालगंज के रहने वाले हैं. उनके भाई अनिल कुमार कांग्रेस के विधायक हैं। सुनील कुमार 31 जुलाई को पुलिस निदेशक के पद से रिटायर हुए और अब 29 अगस्त से जदयू के साथ अपनी सियासी पारी की शुरुआत की
टिकट पर किसने क्या कहा
पूर्व पुलिस निदेशक सुनील सिंह के चुनाव लड़ने के सवाल पर ललन सिंह ने ये साफ नहीं किया कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेंगे या नहीं. ललन सिंह ने कहा कि कौन चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला पार्टी करेगी. JDU में शामिल होने के बाद सुनील कुमार ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर पूरा भरोसा है. मैं राजनीति में आ रहा हूं और समाज सेवा करने के इरादे से नीतीश कुमार के साथ जुड़ रहा हूं.
ललन सिंह का दावा
जदयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बड़ा दावा किया है. ललन सिंह का कहना है कि 1 सितंबर को राजद के कई नेता हमारी पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं। ललन सिंह ने कहा कि राजद में अभी भगदड़ मची हुई है और आगामी बिहार चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का बोरिया बिस्तर बंध जाएगा। उन्होंने कहा महागठबंधन बालू का ढेर है जो पूरी तरह से अब ढह चुका है।
अक्टूबर नवंबर में होना है चुनाव
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में संभावित है. कोरोना काल में होने वाले चुनाव को टालने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी, लेकिन अदालत ने खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि इसके लिए चुनाव आयोग के पास जाए. अभी चुनाव संबंधी कोई अधिसूचना भी नहीं जारी हुई है. ऐसे में हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं.