पटना से राजगीर आना पहले की अपेक्षा काफी आसान और सुगम हो जाएगा। इसके लिए‘टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर’ का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण और मुआवजे का एलान कर दिया गया है।
कब से मिलेगा मुआवजा
टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर पथ के जमीन मालिकों को मुआवजे की राशि के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। बताया जा रहा है कि 20 जून से भू- मुआवजा मिलना शुरू हो जायेगा। फोरलेन निर्माण में सैकड़ों किसानों की जमीनें जा रही हैं। किसानों की शिकायत है कि निर्माण कार्य शुरू हो गया है। लेकिन, अब तक मुआवजा नहीं मिला है। किसान स्थानीय बाजार मूल्य के चौगुना मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
क्या है टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर
दरअसल, पर्यटकों को राजगीर जाने में तकलीफ का सामना ना करना पड़े इसके लिए बिहार सरकार राजधानी पटना से राजगीर तक नया हाइवे बनवा रही है । जिससे राजगीर और पटना की दूरी महज 75 किलोमीटर रह जाएगी। जो अभी करीब 109 किलोमीटर है । पटना से राजगीर जाने के लिए पयर्टकों को बख्तियारपुर और बिहारशरीफ होते हुए राजगीर जाना पड़ता है लेकिन नया रोड बन जाने से 33 किलोमीटर दूरी घट जाएगी। इतना ही नहीं, येै राजगीर के लिए शॉर्टेस्ट एंड फास्टेस्ट रुट होगा।
टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर का रूट क्या है
टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर में पटना को राजगीर से जोड़ने के लिए पटना-बख्तियारपुर हाईवे पर करौटा के पास जगदंबा स्थान से नया हाइवे बनाया जा रहा है। पटना से करौटा की दूरी 30 किलोमीटर है। करौटा के जगदम्बा स्थान से तेलमर, नरसंडा, कचरा, भेडि़या, उतरा होते हुए सालहेपुर तक ये सड़क जाएगी जिसकी दूरी 19.43 है। इसके बाद सालेहपुर से राजगीर की ग्रीनफील्ड दूरी करीब 26 किलोमीटर रह जाएगी।
रेल ओवर ब्रिज का निर्माण
सालेहपुर से राजगीर के रास्ते में नूरसराय में रेललाइन पार करने के लिए आरओबी (रेल ओवरब्रिज) का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में सालेहपुर से नानंद रोड में बिना रोक-टोक के वाहन जाने के लिए अंडरपास बनाये जाने पर सहमति बनी है।
बुद्ध सर्किट से जोड़ने की योजना
टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर बुद्ध सर्किट का हिस्सा बनेगा। ये सर्किट कुशीनगर से वैशाली, करौटा, तेलमर, सालेहपुर, सिलाव, नानंद, नालंदा, राजगीर, गया, सारनाथ होते हुए पुन: कुशीनगर में मिल जाएगा। जिसमें वैशाली से इसे जोड़ने से के लिए ताजपुर बख्तियारपुर पुल से करौटा के पास हाईवे को जोड़ा जाएगा। टूरिस्ट वे ऑफ राजगीर ऐसे स्थानों से गुजरा है, जहां आबादी कम है। ऐसे में इस रोड पर ट्रैफिक लोड कम होगा। साथ ही, दर्जनभर से अधिक नये गांवों का विकास होगा। करौटा से सालेहपुर के लिए 10 मीटर चौड़ी सड़क बन रही है। सालेहपुर से राजगीर की सड़क को ग्रीनफील्ड में शामिल करने पर चर्चा हुई है।