बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि हैदराबाद पुलिस एनकाउंटर है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्मियों को सीधे गोली मार देनी चाहिए।
दिलमणि ने कहा, दुष्कर्मियों को सीधे गोली मार देनी चाहिए
बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि हैदराबाद पुलिस एनकाउंटर है। दिलमणि मिश्रा ने कहा कि दुष्कर्मियों को सीधे गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं हैदराबाद पुलिस को धन्यवाद देती हूं, ये काम पहले ही होना चाहिए था, जो दोषी है उसे सजा मिलनी ही चाहिए। दिलमणि मिश्रा ने कहा कि मेरे सामने कई ऐसे मामले आते हैं कि मामले में दोषी पकड़ा जाता है और फिर छूट जाता है, उसके बाद वह पीड़िता पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगता है कि केस वापस लो नहीं तो तुम्हें मार डालेंगे, तुम्हारे परिवार को खत्म कर देंगे, इस वजह से लड़कियां, महिलाएं डरी-सहमी रहती थीं। उन्होंने कहा कि इस एनकाउंटर की घटना के बाद महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी और अपने ऊपर हुए अत्याचार के खिलाफ खुल कर अपनी बात रखेंगी, पुलिस ने एकदम ठीक किया है।
दुष्कर्म और हत्या के चारों आरोपियों का किया गया था एनकाउंटर
ध्यान रहे कि आज सुबह 3.30 बजे हैदराबाद पुलिस ने महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और फिर हत्या के चारों आरोपितों को एनकाउंटर में मार गिराया है। बता दें कि 27 नवम्बर, 2019 की रात हैदराबाद में 27 साल की महिला डॉक्टर को इन चारों दरिंदों ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया था।
दिलमणि के अनुसार, बिहार में सुरक्षित नहीं हैं महिलाएं
दिलमणि मिश्रा ने बक्सर के इटाढ़ी इलाके में हुई एक युवती की हत्या के मामले पर अपना दुख प्रकट करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं ने बिहार में महिला सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। उन्होंने कहा कि हर रोज आयोग में महिला उत्पीड़न के मामले आते हैं, कई बार पुलिस का रवैया भी पीड़िता के लिए ठीक नहीं होता है, जिस कारण पीड़िता को आयोग का दरवाजा खटखटाना पड़ता है।
बक्सर में भी दोहराई गई है हैदराबाद जैसी घटना
गौरतलब है कि बिहार के बक्सर के इटाढ़ी इलाके में सुनसान खेत से 3 दिसम्बर, 2019 को एक युवती का अधजला शव बरामद हुआ था, उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की आशंका जतायी जा रही है, उसे सिर में गोली मारी गई फिर उसे पेट्रोल छिड़क इस तरह शव को जलाया गया ताकि किसी को कोई साक्ष्य नहीं मिल सके। अब तक इस मामले में पुलिस शव की शिनाख्त भी नहीं कर सकी है। बक्सर में हुई इस घटना ने बिहार में महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।