आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अब तक सबसे बड़ी बगावत की है । तेज प्रताप यादव अपनी ही पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से नाराज चल रहे हैं और छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ उनकी पटरी नहीं बैठ रही। ऐस में उन्होंने बगावत का फैसला किया है ।
नई पार्टी का गठन किया
तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद का गठन किया है। तेज प्रताप यादव ने खुद को छात्र जनशक्ति परिषद का अध्यक्ष भी घोषित कर दिया है। बताया जा रहा है कि छात्र RJD के प्रदेश अध्यक्ष को हटाकर नया अध्यक्ष बनाने और RJD के प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं होने के बाद तेजप्रताप ज्यादा भड़क गए हैं।
नए आंदोलन की शुरुआत
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि छात्र जनशक्ति परिषद से वे नए आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं। यह आंदोलन बिहार समेत अन्य राज्यों में भी होगा। उन्होंने युवाओं से इस मिशन में जुड़ने की अपील की। संगठन का नया फेसबुक और ट्विटर पेज भी बनेगा। सदस्यता फॉर्म भी तैयार किया जाएगा। यूनिवर्सिटी में कैंप भी लगाए जाएंगे।
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बैक बोन की तरह काम करेगा
तेजप्रताप यादव ने कहा कि छात्र जनशक्ति परिषद शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी के मुद्दे को दमदार तरीके से उठाएगी। यह संगठन RJD का ही अंग होगा। RJD को मजबूत बनाना ही छात्र जनशक्ति परिषद का बड़ा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि छात्र RJD अलग तरीके से चलेगा और अलग काम करेगा।
तेजप्रताप यादव के नया संगठन बनाने पर बीजेपी का लालू परिवार पर हमला। बीजेपी प्रवक्ता @NikhilAnandBJP कहा- लालू यादव ने अपने परिवार में न्याय नही किया है। ऐसे में तेजप्रताप यादव अपनी वजूद के लिए मस्कत कर रहे है और बोगस विद्यार्थी चलायेगा छात्र संगठन। pic.twitter.com/R4o2sMlfcR
— Chandramohan (@cmohan_pat) September 5, 2021
बीजेपी का तंज
तेजप्रताप के छात्र जनशक्ति परिषद बनाने पर बीजेपी ने तंज कसा है । बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल आनंद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव जी ने सामाजिक न्याय का ढिंढोरा तो खूब पीटा, लेकिन वे अपने परिवार में ही न्याय नहीं कर सके। पारिवारिक सदस्यों के बीच वरिष्ठता के लिहाज से उन्होंने उनकी सम्मानजनक भूमिका तय नहीं की। अब बड़ी बेटी मीसा भारती और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव जबरन धकिया कर परिवार और राजनीति के सिस्टम से बाहर कर दिए गए हैं। वहीं परिवार और राजनीति की पूरी विरासत लालूजी ने छोटे बेटे तेजस्वी यादव जी को सौंप दी है। ऐसे में निश्चित तौर पर परिवार के उपेक्षित सदस्यों की कुंठा अभिव्यक्ति तो होनी ही है।