लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से भिड़ना भारी पड़ गया है। जगदानंद सिंह ने न सिर्फ वापसी की बल्कि तेजप्रताप यादव के राइट हैंड माने जाने वाले आकाश की छुट्टी कर दी है । उनकी जगह गगन यादव को नई जिम्मेदारी दी गई है ।
आकाश की जगह गगन को जिम्मेदारी
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश कुमार को पद से हटा दिया है । उनकी जगह गगन यादव को छात्र राजद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है ।
आकाश की छुट्टी के मायने
आकाश यादव को तेज प्रताप यादव का काफी करीबी माना जाता है। ऐसे में आकाश यादव को छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर ये संदेश देने की कोशिश की गई है कि तेज प्रताप यादव पर नकेल कसी गई है। साथ ही पार्टी में तेजप्रताप यादव की हैसियत को भी बताया गया है। हालांकि तेज प्रताप यादव पर सीधे कार्रवाई करने से पार्टी बची है और जगदा बाबू ने न ही सीधे बयान दिया है ।
कौन हैं गगन यादव
गगन यादव मूल रूप से जमुई के रहने वाले हैं और वे अभी पटना विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। गगन कुमार छात्र RJD से पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव भी लड़ चुके हैं। मीडिया से बात करते हुए गगन कुमार ने कहा कि पार्टी में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। पार्टी ने मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। मेरी प्राथमिकता पूरे बिहार में घूम-घूम कर पार्टी को मजबूत करना है।
गगन की नियुक्ति पर क्या बोले जगदा बाबू
गगन यादव की नियुक्ति पर जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली था। उस पर मैंने अध्यक्ष बनाया है। हालांकि हिटलर वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी डेमोक्रेटिक है। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हैं। प्रदेश अध्यक्ष मैं हूं और तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष हैं। हिटलर जैसे शब्द का पार्टी में कोई स्थान नहीं है। इस दौरान उन्होंने एक बार भी तेज प्रताप यादव का नाम नहीं लिया।
क्या था विवाद
दरअसल, तेजप्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच काफी दिनों से रिश्तों में तल्खी देखी जा रही थी। लेकिन 7 अगस्त को जब आरजेडी के युवा कार्यकर्ता धरने पर नहीं बैठे तो जगदानंद सिंह भड़क गए थे और कहा था कि फिल्म की शूटिंग करने आए हो क्या ? अगर राजनीति करने आए हो तो धरना पर बैठो। आंदोलन करना सीखो, यह युवा नेताओं के लिए ट्रेनिंग का समय है। हमारा अधिकार छीना गया है इसलिए हमें लंबी लड़ाई लड़नी है।
तेज प्रताप ने कहा था हिटलर
छात्र नेताओं को जगदानंद सिंह की फटकार के बाद 8 अगस्त को प्रदेश कार्यालय में छात्र RJD के प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, विश्वविद्यालय एवं प्रमंडल अध्यक्षों की एक दिवसीय बैठक हुई। जिसमें बड़े बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए गए। लेकिन एक में भी जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव के फोटो नहीं थे। साथ ही तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह को हिटलर बताया था। उन्होंने कहा कि पहले और अभी के RJD कार्यालय में जमीन आसमान का अंतर है। लोगों ने मनमानी शुरू कर दी है तो हमने मिमिक्री शुरू कर दी है।
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जगदानंद सिंह ने बनाई थी दूरी
इसके बाद ही जगदानंद सिंह ने आरजेडी से दूरी बना ली थी। जगदानंद सिंह इस कदर नाराज हो गए कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में पार्टी कार्यालय में झंडोत्तोलन करने भी नहीं आए। उनकी जगह तेजस्वी यादव को झंडोत्तोलन करना पड़ा।
लालू और राबड़ी ने मनाया
जगदानंद सिंह की नाराजगी की खबर लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी तीनों को थी। इसके बाद जगदानंद सिंह को मनाने का प्रयास हुआ है। सूत्रों का कहना है कि खुद लालू प्रसाद यादव ने कमान संभाली । उन्होंने जगदा बाबू से पुराने रिश्तों का हवाला देते हुए गुस्से को भूलने को कहा। लेकिन जगदानंद सिंह ने कहा कि हिटलर वाला बयान ज्यादा आहत करने वाला था। ऐसे भी जगदानंद सिंह पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से विदाई लेना चाहते हैं।
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लालू प्रसाद का अनुरोध माना
लेकिन लालू प्रसाद के आग्रह पर वो माने और इसके बाद वो राबड़ी देवी से मिलने उनके आवास पर गए। जहां तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी में जगदा बाबू की हैसियत लालू-राबड़ी के बाद तीसरे स्थान पर है । यानि तेजप्रताप ही नहीं तेजस्वी यादव से भी ऊंचा कद जगदानंद सिंह का है । जिसके बाद जगदानंद सिंह आरजेडी दफ्तर लौटे।
तेज प्रताप ने अब तक नहीं मांगी माफी
जगदानंद सिंह प्रदेश कार्यालय भले पहुंच गए हैं, लेकिन अब तक तेज प्रताप यादव ने अपने हिटलर वाले बयान पर किसी तरह का अफसोस नहीं जताया है। न ही माफी मांगी है।