बिहारवासियों के लिए अच्छी ख़बर है। केंद्र सरकार ने बिहार के छह शहरों को मॉडल टाउन के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है । जिसमें नालंदा जिले के दो शहर शामिल हैं।
साफ सफाई पर ज्यादा जोर
मॉडल टाउन परियोजना के तहत सबसे ज्यादा जोर शहर की साफ सफाई पर दी जाएगी। इस परियोजना के तहत शहर को स्वच्छ बनाया जाएगा। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया जाएगा।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर विशेष काम
मॉडल सिटी परियोजना के तहत सबसे पहले सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के सभी घटकों को लागू किया जाएगा। जिसके तहत डोर डू डोर कचरा प्रबंधन, सेक्रिजेशन, ट्रांसपोर्टेशन एवं कम्पोस्टिंग आदि कार्यो को धरातल पर उतारना पहली प्राथमिकता होगी।
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पॉल्यूशन मुक्त बनाना प्राथमिकता
केंद्र सरकार की मॉडल सिटी परियोजना के तहत राष्ट्रीय हरित प्रधिकरण (NGT)की बातों का खास ख्याल रखा जाएगा। यानि शहर को पॉल्यूशन मुक्त बनाया जाएगा। जैसे शहर को प्लास्टिक मुक्त, एयर पॉल्यूशन, कन्सट्रक्शन एवं रिवॉल्यूशन, घरेलू खतरनाक अवशिष्ट आदि पर फोकस किया जाएगा। साथ ही नाली की संख्या, उसकी लम्बाई-चौड़ाई, रोड की स्थिति का भी आंकलन कर रिपोर्ट बनेगी।
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किन-किन शहरों का चयन
मॉडल सिटी परियोजना के लिए बिहार के छह शहरों का चयन हुआ। जिसमें नालंदा जिला के दो शहर बिहारशरीफ और राजगीर शामिल हैं।इसके अलावा बोधगया, मुजफ्फरपुर,मुंगेर और सुपौल का चयन किया गया है। इन सभी शहरों को मॉडल टाउन के तौर पर विकसित किया जाएगा।
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दो शहर पहले स्मार्टसिटी के तहत कवर
जिन छह शहरों का चयन मॉडल सिटी परियोजना के तहत विकसित करने के लिए चुना गया है। उसमें से दो शहर बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर को पहले से ही स्मार्टसिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है । केंद्र सरकार के 100 स्मार्टसिटी परियोजना में बिहार के चार शहर शामिल हैं। जिसमें बिहारशरीफ,पटना,मुजफ्फरपुर और भागलपुर शामिल है।
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फिर क्यों हुआ मॉडल सिटी के लिए चयन
दरअसल, स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत केंद्र सरकार हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण का निरीक्षण करती है। लेकिन बिहार का कोई भी शहर देश के अन्य शहरों की तुलना में बेहतर रैकिंग लाने में पिछड़ जाता है। स्वच्छता सर्वेक्षण में बिहार के शहरों की भी अच्छी रैंकिंग हो इसके लिए विभाग ने राज्य के छह शहरों को मॉडल सिटी-मॉडल टाउन के रूप में डेवलप करने की योजना तैयार की है।
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स्वच्छता रैंकिंग में भी हो रहा सुधार
स्वच्छता सर्वेक्षण रैकिंग में बिहारशरीफ की स्थिति सुधरी है। 2019 के सर्वेक्षण में बिहारशरीफ 391रैंक पर था। जबकि 2020 के सर्वेक्षण में 374 रैंक पर पहुंच गया है। 17 अंक का इजाफा हुआ है। इसे और बेहतर बनाने के लिए मॉडल सिटी-मॉडल टाउन के तहत काम किया जाएगा।
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योजनाओं पर चल रहा काम
मॉडल सिटी-मॉडल टाउन में सफाई प्रमुख घटक है। अन्य शहरों की तुलना में बिहारशरीफ में कुछ दिखे इसके लिए तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। कुछ ऐसे भी तालाब है जो तैयार हो जाने के बाद पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए भरावपर फ्लाईओवर बनेगा। टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।