
बिहारशरीफ में आसिफ मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने आसिफ हत्याकांड में शामिल में चारों बदमाशों को घर दबोचा है. साथ ही उस लाल रंग की मारुति कार को भी बरामद कर लिया है. जिसमें वारदात को अंजाम दिया गया था. लेकिन बदमाशों ने जिस निर्मम तरीके से वारदात को अंजाम दिया है. वैसे तो कसाई भी नहीं करता है. और इतना ही नहीं मर्डर के पीछे महज एक धमकी को वजह बताया गया है. आइए आपको सिलसिलेवार तरीके से पूरी वारदात को बताते हैं.
क्या है पूरा मामला
सोमवार को बिहार थाना में एक केस दर्ज हुआ. जिसमें बताया गया कि सालूगंज के रहने वाले मो. शमशाद खान का 20 साल का बेटा मोहम्मद आसिफ रविवार को घर से निकलने के बाद लापता हो गया है। केस दर्ज होने के एक दिन बाद यानि मंगलवार को मोहम्मद आसिफ का शव नवादा जिला के नारदीगंज थाना क्षेत्र के फल्डू गांव के पास एनएच 82 किनारे मिला।
24 घंटे के भीतर खुलासा
शव की पहचान होने के बाद नालंदा के एसपी निलेश कुमार ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया। टीम ने 24 घंटे के अंदर हत्याकांड का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में इस्तेमाल लाल कलर की मारुति ओमनी को भी जब्त कर लिया. छापेमारी टीम में बिहार थाना के थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा मो. जलालुद्दीन खां, डीआईयू दारोगा चंदन कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।
हत्या के पीछे एक धमकी
नालंदा पुलिस ने हत्या के पीछे एक धमकी को जिम्मेदार बताया है. जिसमें बताया गया कि आसिफ ने एक बदमाश को पिस्टल सटा जान मारने की धमकी थी दी। जिसकी वजह से बदमाशों ने उसे मौत के घाट उतारा।
दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की योजना
बिहारशरीफ सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के मुताबिक आसिफ का बदरे से झगड़ा हुआ था। जिसके बाद आसिफ ने पिस्तौल सटाकर बदरे को जान से मारने की धमकी दी थी। बदरे को डर था कि आसिफ उसकी हत्या करा सकता है। इस कारण उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई
शराब पिलाने के बाद निर्मम हत्या
रविवार को बदमाश युवक को बुलाकर ले गए। इसके बाद उसे शराब पिलाई गई। नशे में धुत होने पर बदमाश आसिफ को घुमाने की बात कह मारुति ओमनी में बिठा लिए। युवक नशे में था। इस कारण बदमाशों ने वाहन में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को नवादा जिला के नारदीगंज थाना इलाके में सड़क किनारे फेंक दिया गया। बदमाशों को डर था कि आसिफ जिंदा बचा तो उनलोगों की मुसीबत हो जाएगी। इस कारण बदमाशों ने चाकू से उसकी गर्दन काट दी।
कौन कौन गिरफ्तार
पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है. उसमें सालूगंज के रहने वाले मो. सज्जाद का बेटा मो. चांद, शेरपुर के रहने वाले मो. खुर्शीद आलीम का बेटा मो. बदरे उर्फ प्रिंस, लहेरी थाना क्षेत्र के कांटापर के रहने वाले बसीर खान का पुत्र मो. आदिल खान और अस्थावां के माफी गांव के रहने वाले मारुति चालक तौफीक आलम शामिल है
स्पीडी ट्रायल चलाने का फैसला
पुलिस का कहना है कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा. पुलिस के मुताबिक, मास्टरमाइंड बदरे ने हत्या की योजना में पुलिस से बचने की भी तैयारी की थी। इस कारण शव को दूसरे जिले में ठिकाना लगाया। वारदात को अंजाम दे लौटने के दौरान बदमाशों ने हत्या में इस्तेमाल की गई चाकू को नदी में फेंक दिया। इस मामले में एक बदमाश फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।