नालंदा,नवादा, गया और शेखपुरा जिलावासियों के लिए राहत भरी खबर है। नालंदा नवादा और शेखपुरा समेत 12 जिलों को बिहार सरकार ने पूरी तरह से सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। यानि नालंदा, नवादा, शेखपुरा और गया के अलावे जमुई, दरभंगा, समस्तीपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, बांका और सहरसा को भी सूखाग्रस्त घोषित किया गया है।
तीन पैमानों पर हुआ निर्धारण
कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि सूखे की स्थिति के लिए तीन पैमाने निर्धारित किए गये, जिसमें एक खेत की मौलिक स्थिति, दूसरा फसलों के मुरझाने की स्थिति और तीसरा ऊपज में 33 प्रतिशत से कम उत्पादन को आधार बनाया गया है।
राज्य के 24 जिले सूखा प्रभावित
आपको बता दें कि बिहार सरकार ने इससे पहले 15 अक्टूबर को 23 जिलों को 206 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया था। जिसमें नालंदा जिले के 11 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था। जिसके बाद से ही जिले के बाकी नौ प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग शुरू हो गई थी। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां धरना प्रदर्शन भी कर रही थी। अब सरकार ने नालंदा,नवादा,शेखपुरा और गया जिले के सभी प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। साथ ही सीतामढ़ी के बाजपट्टी प्रखंड को भी सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। यानि अब बिहार में 24 जिले सूखा प्रभावित हैं।
12 जिलों के सभी प्रखंडों को तत्काल राहत
नालंदा,नवादा,गया और शेखपुरा समेत पूर्णरुपेण सुखा प्रभावित 12 जिले के सभी प्रखंडों में सुखाड़ से निपटने हेतु दी जाने वाली सहायता राज्य संसाधन से उपलब्ध कराया जायेगा. साथ ही जिलों में किसानों से सहकारिता ऋण, राजस्व लगान एवं सेस, पटवन शुल्क, विद्युत शुल्क जो सीधे कृषि से संबंधित हो, की वसूली वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए स्थगित रहेगी. प्रभावित जिलों में फसल को बचाने, वैकल्पिक कृषि कार्य की व्यवस्था करने, रोजगार के साधन उपलब्ध कराने, पशु संसाधनों का सही रख-रखाव करने इत्यादि के लिए आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी