नई दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पर एक बार फिर बड़ा हादसा होने से बच गया.. चलती ट्रेन में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि आग ओवरहेड तार की वजह से लगा है। जिस वक्त ट्रेन में आग लगी उस वक्त उसमें करीब 13 सौ रेल यात्री सवार थे। लेकिन ड्राइवर की सूझबुझ की वजह से रेलयात्रियों की जान बच गई।
कहां हुआ हादसा
हादसा जमुई जिले के सिमुलतला और घोड़पारण रेलवे स्टेशन के बीच हुआ. जब बीच जंगल में पुरी-जयनगर एक्सप्रेस ट्रेन अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि जैसे ही जयनगर एक्सप्रेस में आग लगी.. उससे लपटें निकलने लगी.. वैसे ही ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया।
ओवरहेड तार टूट गया
लोको पायलट ने जिस वक्त ट्रेन पर ब्रेक लगाया । उस वक्त ट्रेन की स्पीड ज्यादा थी। अगर समय रहते ब्रेक नहीं लगाया जाता तो ये आग तेजी से फैल सकता था और पूरी ट्रेन को अपनी चपेट में ले सकता था। लेकिन ब्रेक लगाने की वजह से ओवरहेड तार तो टूट गई .. मगर कुछ दूर आगे जाकर ट्रेन सुरक्षित रुक गई।
घंटो बंद रहा परिचालन
हादसे की वजह से जसीडीह-झाझा रेलरुट पर अपलाइन में घंटों ट्रेन का परिचालन बंद रहा । बाद में जब ओवरहेड तार को ठीक किया गया तो उसके बाद सामान्य हुआ. एक रेलकर्मी के मुताबिक तार बंदर के संपर्क में आने से टूट गया होगा और उसमें आग लग गई होगी. ट्रेन की गति तेज रहने के कारण ड्राइवर चाह कर भी ट्रेन को घटनास्थल से पहले नहीं रोक सका. फिर ट्रेन तार को प्रभावित करते हुए खंभे रोड को तोड़ आगे जाकर सुरक्षित हो गई.एहतियात तुरंत बिजली का कनेक्शन काट दिया गया. इस वजह से इस रूट पर हावड़ा मोकामा एक्सप्रेस सिमुलतला स्टेशन पर खड़ी रही जबकि पाटलिपुत्र हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस खड़ी रही.
यात्री ने क्या बताया
पुरी जयनगर एक्सप्रेस में सफर करने वाले एक यात्री ने बताया कि ओवरहेड तार लटका हुआ था। जिसके बाद गांव वाले चिल्ला रहे थे कि गाड़ी रोको, गाड़ी रोको. गाड़ी स्पीड में थी जो कि आगे जाकर रुक गई.