
जब भीड़ अनियंत्रित हो जाती है तो उसे उपद्रवी कहा जाता है। उनकी एक ही मंशा होती है दंगा फसाद और उपद्रव करना । ऐसा ही एक बार फिर से नालंदा में हुआ है । जब अनियंत्रित भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया और बिहार थाना के थानाध्यक्ष के साथ बदलसलूकी की।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला बिहारशरीफ के गगनदीवान मोहल्ले का है और जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है वो गुरुवार की है । जहां लोगों ने जमकर बवाल काटा। नाराज लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया ।
रोडे़बाजी और पथराव किया
उपद्रवियों ने करीब 4 घंटे तक इलाके को बंधक बनाए रखा। हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो उपद्रवियों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी । जिसमें तीन पुलिस वाले जख्मी हो गए ।
थानाध्यक्ष को पीटने की कोशिश हुई
इतना ही नहीं उपद्रवियों ने बिहार थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार को पीटने की कोशिश की । उनपर लाठी से हमला किया । हालांकि वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसे रोक लिया । लेकिन बाद में उनके वर्दी पर हाथ लगा दिया। उनकी वर्दी को पकड़कर खींचने की कोशिश की गई।
एसपी का आदेश
इस मामले में नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा ने जांच के आदेश दिए हैं । उन्होंने कहा कि हंगामा करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। जिन लोगों ने भी कानून को हाथ में लिया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों हुआ था हंगामा
दरअसल, तीन दिन बाद खानकाह मोहल्ला में तालाब से 25 साल के मोहम्मद लाला का शव मिला था । लोगों का आरोप है कि रविवार की रात मोहल्ला में लहेरी थाना पुलिस आई थी। पुलिस को देख तीन युवक तालाब में कूद गए। इसके बाद लाला नहीं मिला। उसकी तलाश में प्रशासन ने सहयोग नहीं किया। जिसकी वजह से मोहम्मद लाला की मौत हो गई। इसी बात से लोग नाराज थे और पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी ने बताया कि मृतक मोहम्मद लाला पर पहले से ही हत्या के कई केस दर्ज थे। उपद्रव में पुलिसकर्मी समेत कई समाजसेवी भी जख्मी हुए हैं। उपद्रवियों की पहचान कर पुलिस कार्रवाई करेगी।