बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में नालंदा जिला से भी कई फरियादी पहुंचे। फरियादी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले थे और मुख्यमंत्री को जिले के चप्पे चप्पे के बारे में जानकारी है । ऐसे में नीतीश कुमार ने फरियादियों की समस्याओं को अपने अंदाज में जवाब दिया ।
गिरियक के फरियादी पर मुख्यमंत्री का जवाब
नालंदा जिला के गिरियक का एक फरियादी मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा। जहां उसने गिरियक बाजार के नाली के पानी का मुद्दा उठाया। फरियादी ने बताया कि गिरियक बाजार में सरकारी पईन का अतिक्रमण किया गया है और निजी जमीन पर नाली का पानी बहता है । जिसकी वजह से उनकी खेती चौपट हो गई है । ये मामला 8 एकड़ जमीन का है।
इसे भी पढ़िए-नालंदा में SP ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया.. जानिए क्यों?
मुख्यमंत्री ने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि हम तो उधर जाते रहते हैं, कभी किसी ने कोई शिकायत नहीं की है । हांलांकि सीएम ने इसे गंभीर मामला बताते हुए तुरंत अधिकारियों को इससे निपटने के आदेश दिए । साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि कोरोना खत्म होने के बाद जब भी वो वहां आयेंगे और देखेंगे। इस बात उन्होंने अधिकारियों से स्पेशली कहा कि इसे नोट कर लीजिए।
इसे भी पढ़िए-खुशखबरी: नालंदा से गुजरेगी आमस-दरभंगा फोरलेन.. जानिए किस किस गांव की जमीन का अधिग्रहण होगा
इस्लामपुर की फरियादी की मांग
इसी तरह नालंदा जिला के इस्लामपुर प्रखंड के खरजमा गांव की एक महिला फरियादी मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंची। महिला फरियादी ने वहां से गुजरने वाले बाईपास का मुद्दा मुख्यमंत्री के सामने उठाया और खरज्मा गांव से उसे जोड़ने की मांग की। जिसपर मुख्यमंत्री ने महिला फरियादी को बाईपास का मतलब समझाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाईपास का मकसद किसी गांव को गांव से जोड़ना नहीं होता है बल्कि बाहर जाने वाले लोगों के लिए अलग रास्ता बनाना होता है ताकि उन्हें परेशानी न हो। हालांकि फरियादी ने कहा कि उनके गांव में अब तक सड़क नहीं पहुंची है । जिसपर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बात की और कहा कि इनके गांव की सड़क की समस्या को सुलझाएं। बाईपास को लेकर मैंने समझा दिया है ।
राजगीर के फरियादी की समस्या पर सीएम का जवाब
राजगीर का एक युवा भी फरियाद लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचा। युवक ने कुंड को लेकर मुख्यमंत्री को सलाह देने की कोशिश की। जिसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर कुंड के बारे में हमें क्या समझा रहे हो।
मुख्यमंत्री ने युवक को समझाया कि राजगीर के कई कुंड सूख गए हैं । इसके लिए उन्होंने गंगाजल की योजना बनाई है । ताकि घरों तक गंगाजल पहुंचाया जा सके। जिससे जमीन के जल का शोषण कम होता और कुंड पुर्नजीवत हो जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वो अक्सर वहां जाते रहते हैं । अगर कुंड या पर्यावरण से जुड़ी किसी तरह की कोई समस्या हो या सुझाव हो तो वहीं उस वक्त बताया करो। मुख्यमंत्री की बात सुनकर युवक शांत हो गया । राजगीर के फरियादी युवक ने नियुक्ति का मामला उठाया । जिसपर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से तुरंत इसका निदान करने को कहा।
पांच साल बाद दोबारा शुरू हुआ है कार्यक्रम
आपको बता दें कि साल 2016 के बाद मुख्यमंत्री का जनता दरबार दोबारा शुरू हुआ है ।महीने का तीसरा सोमवार होने के नाते इस बार ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पथ निर्माण, पंचायती राज, पीएचईडी, कृषि, ऊर्जा, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण और सामान्य प्रशासन आदि विभागों से संबंधित मामले मुख्यमंत्री के समक्ष लोग रखे थे