
बिहार विधानपरिषद चुनाव में नालंदा सीट से एक बार फिर जेडीयू की रीना देवी चुनाव जीती हैं । रीना देवी की ये लगातार दूसरी जीत है। उन्होंने लोजपा और आरजेडी प्रत्याशी को चुनाव में हराया है ।
कितने वोटों से जीतीं
नालंदा विधान परिषद MLC के NDA के जेडीयू प्रत्याशी रीना यादव 2193 वोट लेकर चुनाव जीत गई हैं। जबकि दूसरे नबंर पर लोजपा के रामनरेश प्रसाद सिंह रहे । उन्हें 731 वोट मिले। जबकि, आरजेडी के वीरमणि उर्फ वीरन यादव को सिर्फ 563 वोट से ही संतोष करना पड़ा ।
रीना देवी पर दूसरी बार भरोसा
नालंदा की जनता ने जेडीयू प्रत्याशी रीना देवी पर दूसरी बार भरोसा जताया है। वे चुनाव जीतकर दूसरी बार बिहार विधान परिषद पहुंचीं हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एलजेपी के नरेश प्रसाद सिंह को 1462 मतों से हराया। आपको बता दें कि रीना देवी के पति राजू यादव का भी नालंदा की राजनीति में काफी दबदबा रहा है।
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रीना यादव का राजनीतिक करियर
रीना देवी साल 2009 में लोजपा से राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वे 2010 में लोजपा के टिकट पर हिलसा से विधानसभा का चुनाव लड़ी। लेकिन चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उसके लोजपा को छोड़कर पति-पत्नी जदयू में शामिल हो गयीं। 2015 के एमएलसी के चुनाव में पति राजू यादव का नामांकन रद्द हो गया था। जिसके बाद जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ी और जीत दर्ज की। राजनीति में आने से वे गृहिणी थीं। पति की वजह से राजनीति में आयी हैं।
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नरेश प्रसाद ने दी कड़ी टक्कर
लोजपा प्रत्याशी नरेश प्रसाद सिंह दूसरी बार एमएलसी का चुनाव हार गए। उन्हें इस बार महज 731 वोट से ही संतोष करना पड़ा। वे लोजपा के टिकट पर दूसरी बार एमएलसी चुनाव लड़ रहे थे। वे बिहारशरीफ के नईसराय मोहल्ला के रहने वाले हैं। इससे पहले वे बिहार विधानसभा 2020 में इस्लामपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था जिसमें हार का सामना करना पड़ा था।
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राजद प्रत्याशी वीरमणि कुमार हारे
नालंदा विधान परिषद सीट से आरजेडी प्रत्याशी वीरमणि कुमार को हार का मुंह देखना पड़ा। वीरमणि कुमार को महज 563 वोट ही मिले। इसके साथ ही वो चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे । वीरमणि कुमार पेशे से गिट्टी-बालू व्यवसाई हैं और नकटपुरा के रहने हैं। वीरमणि कुमार इस बार हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद राजनीति में सक्रिय हुए। उनकी मां बिहारशरीफ प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य हैं।