
बिहार सरकार के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) सुप्रीमो मुकेश सहनी को बहुत बड़ा झटका लगा है। मुकेश सहनी की सियासी नाव डूब गई है । वे छाती पीटते रह गए मगर कुछ नहीं कर पाए । क्योंकि उनके पार्टी के सभी सभी तीन विधायक मिश्री लाल यादव, राजू सिंह और स्वर्णा सिंह बीजेपी में शामिल हो गए
विधानसभा अध्यक्ष ने दी मान्यता
दरअसल, मुकेश सहनी की पार्टी के तीनों विधायक विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से मिले और अपने फैसले से अवगत कराया। इस दौरान बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी मौजूद रहे । साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी मौजूद रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों विधायकों को बीजेपी में विलय को मंजूरी दे दी है ।
प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉ @sanjayjaiswalMP ने VIP के तीनों विधायक श्री राजू सिंह, श्रीमती सुवर्णा सिंह व श्री मिश्री लाल यादव को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराए। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री द्वय श्री @tarkishorepd और श्रीमती @renu_bjp मौजूद रहे।
भाजपा परिवार में स्वागत है! pic.twitter.com/EySYHsrJYy
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) March 23, 2022
मुकेश सहनी की नाव डूबी
यूपी विधानसभा चुनाव के पहले से ही मुकेश सहनी और बीजेपी में तकरार बढ़ रही थी। लगातार ये कहा जा रहा था कि मुकेश सहनी के साथ उनके तीनों विधायक नहीं हैं। उनके फैसलों का वीआईपी पार्टी में ही विरोध है लेकिन कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है।
इसे भी पढ़िए-मुकेश सहनी को अमित शाह से पंगा लेना पड़ गया भारी.. !
बीजेपी ने कर दिया बर्बाद
मुकेश सहनी का सियासी करियर एक तरीके से बर्बाद हो गया है। पहले बोचहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी ने बेबी कुमारी को मैदान में उतारकर उन्हें संदेश दे दिया। अब बचीकुची कसर पार्टी के तीनों विधायकों को शामिल कराकर पूरा कर लिया है ।
दो महीने बाद बेकुर्सी हो जाएंगे सहनी
अब मुकेश सहनी के पास मंत्री पद की कुर्सी छोड़ने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है। वैसे भी दो महीने बाद वे विधान परिषद के सदस्य नहीं रह पाएंगे । क्योंकि बीजेपी ने ही उन्हें विधान पार्षद बनाया था। ऐसे में अब उनका मंत्री पद जाना पक्का है । क्योंकि बीजेपी अब उन्हें आगे झेलने के मूड में नही है
वीआईपी के प्रवक्ता ने क्या कहा
मुकेश सहनी की पार्टी का कहना है कि हमारे विधायक चले गए। किसके इशारे पर गए यह सभी को पता है। उन्होंने कहा कि हम लोग निषाद आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। 2020 में पार्टी का गठन ही निषाद समाज की भलाई के लिए किया गया था। आज हमारे तीन विधायक गए हैं, अगले चुनाव में हमारे 40 विधायक होंगे।