नालंदा जिला के रहने वाले विजय कुमार सिन्हा की पटना में हत्या कर दी गई . उनके केयरटेकर ने ही पटना के मकान को हड़पने के लिए गोली मारकर हत्या कर दी और मर्डर के बाद पटना से 120 किलोमीटर दूर शव को स्कॉर्पियो से लेकर बेगूसराय पहुंचा और एक खेत में गड्ढा खोदकर दफना दिया। पूरी घटना को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया. पूरी घटना को समझने के लिए आपको सिलसिलेवार ढंग से पढ़ना होगा. क्योंकि पुलिस के लिए ये बिल्कुल ब्लाइंड केस था.
कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, 16 जनवरी की सुबह को बेगूसराय पुलिस को फोन पर सूचना मिली कि तेयाय ओपी के रघुनंदनपुर गांव के मकई के खेत शव होने की आशंका जताई गई. क्योंकि जिस खेत में विजय कुमार सिन्हा के शव को दफनाया गया था उस खेत में किसान रोजाना चारा काटने आता था, 16 जनवरी को भी किसान जब खेत में चारा काटने पहुंचा तो खेत में मिट्टी की ताजी खुदाई तथा आसपास खून व खेत में चार पहिया वाहन के आने जाने का निशान देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने गड्ढे की खुदाई की तो शव की बरामदगी हुई।
आरोपी तक कैसे पहुंची पुलिस
शव बरामद होने के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए तमाम उपाय किए लेकिन कामयाबी नहीं मिली। बाद में पुलिस ने मृतक का दाह संस्कार भी कर दिया। घटना के बाद एसपी अवकाश कुमार के निर्देश पर तेघड़ा डीएसपी ओम प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। मोबाइल सर्विलांस का सहारा लिया गया तो सबसे पहले रणधीर मिश्रा नाम के व्यक्ति पर पुलिस को संदेह हुआ। बेगूसराय पुलिस ने पटना से उसको गिरफ्तार किया। सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ।
हथियार और स्कॉर्पियो बरामद
आरोपी रंधीर की निशानदेही पर जिस खेत से शव की बरामदगी हुई थी उसी खेत में जमीन में दबा हुआ हत्या में इस्तेमाल हुआ पिस्तौल भी बरामद कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने रंधीर के दो अन्य साथी को शव को पटना से लाने में प्रयुक्त स्कार्पियो सहित चार मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
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कौन कौन गिरफ्तार
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें विजय कुमार सिन्हा के मकान का केअर टेकर रंधीर कुमार मिश्रा जो दनियालपुर मिश्रा टोली का रहने वाला है. इसके अलावा बजलपुरा गांव के रहने वाले रौनक कुमार और पटना जिला के मनेर थाना क्षेत्र के रामपुर दियारा के रहने वाले चंद्रभूषण सिंह शामिल हैं। केअर टेकर रंधीर कुमार मिश्रा ने बताया कि मकान हड़पने के लिए मकान मालिक विजय कुमार सिन्हा की हत्या की.
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कौन हैं विजय कुमार सिन्हा
मृतक विजय कुमार सिन्हा नालंदा जिला के सरमेरा थाना क्षेत्र के वृंदावन गांव के रहने वाले थे। विजय कुमार सिन्हा रिटायर हो गए हैं. उन्होंने दो शादियां की थी. पहली पत्नी का निधन हो गया है. दूसरी पत्नी पूजा सिन्हा के साथ देहरादून में रहते हैं. उनका एक बेटा और बेटी है. दोनों अमेरिका में रहते हैं.
पहली पत्नी के नाम पर फ्लैट है
विजय कुमार सिन्हा की पहली पत्नी निर्मला सिन्हा के नाम पर पटना के आनंदपुरी में फ्लैट है. विजय कुमार सिन्हा ने फ्लैट की देखभाल के लिए तेघड़ा थाना के दनियालपुर के रंधीर कुमार मिश्रा को नियुक्त कर रखा था। फ्लैट का किराया वसूल करने के लिए विजय कुमार सिन्हा साल में एक दो बार पटना आते थे।
हिसाब करने पटना आए थे विजय सिन्हा
15 जनवरी की रात भी विजय कुमार सिन्हा भाड़े का हिसाब करने पटना आए थे। विजय की हत्या कर शव गायब कर फ्लैट पर कब्जा करने की केयर टेकर ने साजिश रची। विजय के अलावा उनके कोई परिजन पटना स्थित फ्लैट पर नहीं आते-जाते थे। इसी साजिश को अमली जामा पहनाने के लिए रणधीर और उसके मित्र रौनक ने मिलकर 15 जनवरी की रात विजय की उनके ही फ्लैट में गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद रात के ही करीब तीन बजे रणधीर और रौनक ने एक स्कार्पियो में विजय का शव एवं खून लगे तोशक तकिया को लाद कर तेयाय ओपी के रघुनंदनपुर गांव पहुंचा। रधीर ने एक मकई खेत में गड्ढा खोदकर विजय के शव तथा हत्या में प्रयुक्त पिस्टल को दबा दिया तथा मकई का पौधा डालकर ढक दिया। खून लगा तोशक तकिया एवं कपड़ा मधुरापुर बोल्डर घाट में गंगा में फेंक दिया। जिसके बाद वे लोग फिर पटना लौट गए। पुलिस ने बताया कि पटना के मनेर के रामपुर दियारा निवासी चंद्रभूषण सिंह ने फ्लैट के कमरे में विजय कुमार सिन्हा के खून आदि को साफ कर दिया।