रमजान का पाक महीना चल रहा है। रमजान के महीने में मुसलमान भाई रोजा रख रहे हैं। ऐसे में सहरी और इफ्तार के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं खाएं? इसका खासा ध्यान रखना चाहिए। कई दिनों से हमें ये संदेश आ रहा है कि इसके बारे में कुछ लीखिए । तो आज आपको बताएंगे कि सहरी और इफ्तार में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। सहरी में ज्यादा खाना चाहिए या इफ्तार में ये सब जानकारी इसमें मिलेगा।
तो सबसे पहले बताते हैं कि सहरी में इफ्तार से ज्यादा क्यों खाना चाहिए
क. सहरी में ज्यादा और इफ्तार में कम खाना खाने से आपका वजन नहीं बढ़ेगा। लेकिन अगर सहरी में कम और इफ्तार में ज्यादा खाते हैं तो आपका वजन बढ़ जाएगा।
ख. दिन में हमारा मेटाबॉलिज्म यानि उपापचय की प्रक्रिया तेज होती है। इसलिज जो भी आप खाएंगे सब पच जाता और एक्ट्रा फैट भी नहीं बनता है। लेकिन रात की इफ्तारी में ठीक इसका उल्टा होता है। यानि रात में मेटाबॉल्जिम की प्रक्रिया धीमी होती है और अगर आपर इफ्तारी में ज्यादा खाएंगे तो बची हुई एनर्जी एक्ट्रा फैट के रुप में जमा हो जाती है। यानि इफ्तार से ज्यादा सहरी में खाना चाहिए
ग. सुबह सहरी के वक्त कम खाना खाने से आप कमजोर भी हो जाएंगे और हमेशा स्ट्रेस यानि तनाव महसूस करेंगे। इसके बाद शाम में जब आप इफ्तार करते हैं और आप ज्यादा खाना खाते हैं तो आपका वजन रोजा के बाद चार पांच किलो बढ़ जाता है।
सहरी में क्या खाएं और इफ्तार में क्या खाएं
अमूमन इफ्तार के दौरान लोग खजूर खाते हैं, जबकि इसे सहरी में खाना चाहिए। खजूर में फॉलिक एसिड, आयरन और फाइबर काफी मात्रा में होता है। इससे काफी देर तक भूख नहीं लगती। इसके साथ ही शरीर में पानी की कमी नहीं होती। तरल के रूप में नींबू पानी और मट्ठा पीना चाहिए। मट्ठे में कैलोरिक वैल्यू सबसे कम और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने के साथ ही फैट बिल्कुल नहीं होता है। इसके अलावा केला, आम, अंडा, मक्खन, पनीर, रोस्टेड चिकन सहरी के बेहतर विकल्प हैं। सहरी में पराठे और फैट वाली चीजें नहीं खानी चाहिए। तीस से चालीस साल के लोगों को रोटी-ब्रेड खाना चाहिए।
इफ्तार में हल्का खाएं
15 घंटे से ज्यादा खाली पेट रहने के बाद अक्सर लोग इफ्तार के दौरान ज्यादा खा लेते हैं। ऐसा करना सेहत के लिहाज से ठीक नहीं होता। इफ्तार में हल्का खाकर नमाज के करीब एक घंटे बाद भरपेट खाना चाहिए। इफ्तार में फल, दही, स्प्राउट्स (भीगे हुए अनाज), सलाद, कस्टर्ड आदि खाया जा सकता है। फलों में तरबूज और खरबूजा खाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही पकौड़ा, पापड़, फुल्की और तली हुए चीजें भी नहीं खानी चाहिए। रोजा सादे पानी या खजूर से खोलना चाहिए।