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नालंदा जिला में जिगोलो क्लब (Gigolo Club) का भंडाफोड़ हुआ है। कुछ लोग ये नाम पहली बार सुन रहे होंगे। जिगोलो क्लब का मतलब पुरुष वेश्यावृति है। यानि इसमें ऐसे युवाओं को जोड़ा जाता है जो सेक्स वर्कर्स के तौर पर काम करते हैं।
क्या है पूरा मामला
मामला बिहारशरीफ के दीपनगर थाना इलाके की है । जहां से जिगोलो क्लब चलाने वाले का भंडाफोड़ हुआ है । दीपनगर पुलिस ने दो शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो पुरुषों को मेल प्रास्टिच्यूशन (Male Prostitution) में लाने और जिगोलो क्लब (Gigolo Club) का सदस्य बनाने के नाम पर ठगी कर रहे थे।
औरतों को खुश करने के नाम पर ठगी
ये गिरोह बड़े घरानों की औरतों को खुश करने के बदले में मोटी रकम का लालच देकर ठगी कर रहे थे। ये विज्ञापन के माध्यम से निशाना बनाते थे और जिगोलो बनने का ऑफर देते थे। इसके बदले में वे रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर हजारों की ठगी करते थे।
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ऑनलाइन ठगी का धंधा
नालंदा पुलिस के मुताबिक वेबसाइट के जरिए युवाओं को जोड़ने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर ठगी करते थे। ये लोग इंडियन एस्कॉर्ट सर्विस कॉल ब्यॉय जॉब ऑनलाइन सर्विस एंड इंडियन एस्कार्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से वेबसाइट चला रहे थे। ये जिगोलो क्लब ज्वाइन करने, रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे।
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दो आरोपी गिरफ्तार
नालंदा पुलिस को इस बाबत शिकायत मिली थी। जिसके बाद जांच के दौरान पुलिस ने दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन दोनों को गिरफ्तार किया गया है उसमें से एक दीपनगर थाना क्षेत्र के मेघी गांव का रहने वाला प्रत्युष रंजन है और दूसरा अस्थावां थाना क्षेत्र के गोटिया का रहने वाला आकाश कुमार है। इनके पास से एटीएम, डेबिट कार्ड समेत 11 कार्ड बरामद हुए हैं । साथ ही सात मोबाइल फोन, दो सिम और 1 बाइक भी बरामद किया गया है।
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रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी
बिहारशरीफ सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी के मुताबिक इस गैंग के झांसे में जो लोग आ जाते थे उन्हें वन टाइम रजिस्ट्रेशन फीस देना होता था। इसके लिए जब युवा पैसे ट्रांसफर कर देते थे उसके बाद वो नंबर ब्लॉक कर देते थे। छापेमारी में दीपनगर के थानाध्यक्ष मो.मुश्ताक और डीआईयू प्रभारी चंदन कुमार शामिल थे