लव सेक्स और धोखा की कहानी तो आपने ने कई बार सुनी होगी। लेकिन आज आपको लव सेक्स के बाद लूट और मर्डर की वारदात के बारे में बताने जा रहे हैं । जहां दरिंदे ने पहले लड़की को प्रेम जाल में फंसाया। फिर लूट की वारदात को अंजाम दिया और आखिर में उसकी हत्या कर दी । मामले को सिलसिलेवार तरीके से समझिए
क्या है पूरा मामला
मामला बिहारशरीफ के देवीसराय मोहल्ले की है। जहां की रहने वाली आरती कुमारी की बदमाशों ने गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बोरे में बंद कर कुआं में डाल दिया था। सबसे बड़ी बात ये है कि बदमाशों ने इसके लिए लड़की को पहले प्रेम जाल में फंसाया था। फिर करीब चार लाख रुपए नकदी और जेवर लूट लिए।
कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, 9 जून से आरती कुमारी लापता थी। जिसके बाद मृतका के पिता नंदकिशोर प्रसाद ने दीपनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि उनकी 17 साल की बेटी का अपहरण हो गया है । उन्होंने बताया कि लड़की के पास करीब एक लाख रुपया नकद था और गहने जेवर थे।
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पुलिस के लिए ब्लाइंड था
पुलिस को इस मामले में कुछ सुराग नहीं मिल रहे थे। पुलिस ने आरती के मोबाइल नंबर के जरिए इस केस की जांच शुरू की और तकनीक विशेषज्ञों से इस बारे में सहायता ली।इस दौरान पुलिस को कुछ नंबरों पर संदेह हुआ। जिसके बाद पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की
पहले दोनों ने पुलिस को खूब छकाया
दोनों बदमाश शंभू और मुकेश शातिर थे । दोनों ने पहले तो पुलिस को खूब छकाया। वो इस मामले में कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। वो ऐसा बता रहा था कि उसे तो कुछ मालूम ही नहीं है। लेकिन कहा जाता है न कि पुलिस जब अपने पर उतर जाती है तो बड़े बड़े गुंडों के होश ठिकाने आ जाते हैं। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। पुलिस को दोनों पर शक था । फिर पुलिस ने सख्ती की । जिसके बाद दोनों ने अपना गुनाह कबूला
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दूसरे दिन ही मर्डर
बदमाशों ने पुलिस को बताया कि आरती को पहले प्रेम जाल में फंसाया और फिर वारदात को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती शव की बरामदगी को लेकर थी। फिर दोनों की निशानदेही पर पुलिस टीम नालंदा थााना क्षेत्र के पपरनौसा गांव पहुंची। जहां बोरिंग के कुआं से बोरे में बंद किशोरी की लाश बरामद हुई। बदमाशों ने गुनाह कबूल करते हुए कहा कि नकदी के लिए गला दबाकर पहले हत्या की। फिर सबूत छिपाने की मंशा से लाश को कुएं में फेंक दिया था।
दोनों बदमाश जेल भेजे गए
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है । जिसमें से एक नाम शंभू पासवान है जो दीपनगर के जमालीचक गांव का रहने वाले है और वो देवसीराय में किराए के मकान में रहता था। जबकि दूसरे का नाम मुकेश कुमार है जो गया जिला के अतरी थाना क्षेत्र के सेवतर गांव का रहने वाला है । पुलिस के मुताबिक हत्या की वारदात का मास्टरमाइंड शंभू पासवान है।
शव की शिनाख्त हुई
शव मिलने के बाद परिवार को सूचना दी गई। परिवार वालों ने शव की पहचान की। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।मृतका का भाई नगर निगम में टीसी का काम करता है। इसके अलावा वो सीमेंट-सरिया का भी कारोबार करता है।
डीएसपी के कुशल नेतृत्व का नतीजा
इस केस की जांच खुद बिहारशरीफ के सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी ने अपने हाथ में लिया । उनके नेतृत्व में टीम ने तकनीक के आधार पर पहले मास्टरमाइंड शंभू को गिरफ्तार किया। उसके बाद दूसरा सहयोगी मुकेश भी पकड़ा गया