स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा. इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. बिहारशरीफ की दीवारें भी अब दिल्ली पटना की तरह सुंदर और रंगीन दिखेगी. बिहारशरीफ की भी सभी मुख्य दीवारों पर मधुबनी पेंटिंग किया जाएगा. यानि बिहारशरीफ का रेलवे स्टेशन,बस अड्डा, हॉस्पीटल,कलेक्ट्रेरियट और नालंदा कॉलेज समेत सारी सरकारी दीवारें अब खूबसूरत दिखेगी।
25 जून से शुरू होगी पेंटिंग्स
बिहारशरीफ में मुख्य दीवारों की पेंटिंग्स 25 जून से शुरू होगी. दीवारों की पेटिंग्स के लिए 17 कलाकारों ने आवेदन किया है. जिसका टेस्ट 22 जून को होगा. 22 जून को आवेदन करने वाले सभी कलाकारों को बिहारशरीफ के सुभाष पार्क के पास सैंपल पेटिंग्स करनी होगी. यानि सभी कलाकारों को अपनी अपनी पेटिंग करनी होगी. जिस कलाकार की पेंटिंग तकनीकी रूप से सबसे बेहतर पाई जाएगी उनसे पूरे शहर में मुख्य स्थलों पर बुद्धा एवं मधुबनी पेंटिंग कराई जाएगी।\
पेंटिंग्स में किसकी प्रमुखता होगी
जिसमें खासतौर पर बिहार के लोक पर्व छठ का दृश्य, पीपल के पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्ति के लिए तपस्या में लीन गौतम बुद्ध, भगवान महावीर के जन्म स्थान, राजगीर की वादियों समेत बिहार की विरासत को भी दिखाया जाएगा . साथ ही टिकुली आर्ट के जरिए मगध की विरासत जैसे वैशाली स्तूप, अशोक स्तूप, अशोक स्तंभ, भगवान बुद्ध का जीवन दर्शन आदि को बयां किया जाएगा।
मधुबनी की है यह कला
मधुबनी बिहार में एक जिला है। जिसका शाब्दिक अर्थ है शहद का जंगल है। यह चित्रकारी मधुबनी जिले की स्थानीय कला है। इसलिए इसका नाम मधुबनी पेंटिग है। यह कला प्रकृति और पौराणिक कथाओं की तस्वीर जैसे विवाह, जन्म, प्रेम-लीला चित्रित करती है। शुभकारक माने जाने के कारण इसका प्रयोग आज भी घरों की दीवारों पर किया जाता है।